गंभीर रूप से जले हुए व्यक्तियों के इलाज के लिये एम्स भोपाल में स्किन बैंक की शुरुआत
गंभीर रूप से जले हुए व्यक्तियों के इलाज के लिये
एम्स भोपाल में स्किन बैंक की शुरुआत
भोपाल। गंभीर रूप से जले हुए व्यक्ति के घावों और अन्य त्वचा संबंधित चोटों के इलाज के लिए भोपाल के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में आज से स्किन (त्वचा) बैंक शुरू हो गया है। स्किन बैंक का शुभारम्भ एम्स के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. सिंह ने कहा कि एम्स भोपाल में स्किन बैंक की स्थापना संस्थान और पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि जलने से होने वाली असहनीय जलन और घावों के उपचार में संरक्षित त्वचा की उपलब्धता जीवन बचाने में सहायक होती है। यह विशेष सुविधा मानव त्वचा प्रत्यारोपण (स्किन एलोग्राफ्ट) के संग्रह, प्रसंस्करण, संरक्षण और वितरण के लिए समर्पित है। यह स्किन बैंक आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से सुसज्जित है, जो त्वचा के दान, उसके प्रसंस्करण और भंडारण को सुनिश्चित करेगा, ताकि मरीजों को समय पर जीवन रक्षक उपचार उपलब्ध कराया जा सके।
एम्स भोपाल के बर्न्स और प्लास्टिक सर्जरी विभाग द्वारा संचालित यह स्किन बैंक 24x7 यानी चौबीसों घंटे कार्य करेगा। यह सुविधा सुरक्षा और गुणवत्ता के उच्चतम मानकों का पालन करती है, जिसमें स्टाफ का सतत प्रशिक्षण और नियमित गुणवत्ता नियंत्रण शामिल है। स्किन बैंक चिकित्सा आपात स्थितियों में स्किन एलोग्राफ्ट की बढ़ती मांग को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे ज़रूरतमंद रोगियों को नई ज़िंदगी मिलेगी। स्किन बैंक के शुभारम्भ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रो. शशांक पुरवार (कार्यवाहक मेडिकल अधीक्षक), बर्न्स और प्लास्टिक सर्जरी के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मनल मोहम्मद खान, (डॉ.) दीपक कृष्णा, एडिशनल प्रोफेसर बर्न्स एवं प्लास्टिक सर्जरी के साथ-साथ अन्य फैकल्टी सदस्यों और रेजिडेंट डॉक्टरों ने भी भाग लिया।