चमोली । उत्तराखंड के चमोली जिले में भयंकर हिमस्खलन की घटना में अब तक चार मज़दूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि चार अन्य अब भी लापता हैं। रेस्क्यू कार्यवाहियों में 46 मज़दूरों को सुरक्षित निकाला गया है, लेकिन चार मज़दूर गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में भर्ती किए गए हैं। सेना, आईटीबीपी और बीआरओ की टीमें भी लगातार रेस्क्यू कार्यों में जुटी हैं। इस दुर्घटना ने पूरे राज्य में खतरे की गंभीरता को सामने लाया है, और प्रशासन ने सभी पर्वतीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है। दिल्ली से भी सहायता की जा रही है ताकि लापता श्रमिकों की मदद की जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस दुर्घटना के संदर्भ में सभी राजनीतिक और कार्यक्षेत्र की जानकारी ली है और राहत कार्यों में मदद करने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना स्थल का दौरा किया और बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने सुरक्षित निकाले गए श्रमिकों की कुशलक्षेम पूछी और अधिकारियों से जानकारी ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार से बात की और राहत कार्यों के लिए केंद्र सरकार से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। बर्फबारी और हिमस्खलन के खतरे को देखते हुए राज्य के सभी पर्वतीय जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। सभी जिलों के डीएम को स्थिति पर नजर रखने और अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तरह से जारी है और बचाव कार्य में सेना, आईटीबीपी और प्रशासन की टीमें लगातार जुटी हुई हैं।