आयकर रिटर्न जमा करने में क्यों होती है देरी

 

आयकर विभाग द्वारा हर साल आयकर रिटॅर्न जमा करने की अंतिम तारीख अप्रैल माह में ही घोषित कर दी जाती है. वेतन भोगी कर्मचारियों को उनके विभाग अथवा कम्पनी द्वारा कटौती की गई राशि, बचत, निवेश  और वेतन आदि की गणना कर फार्म -16 दे दिया जाता है. आमतौर पर यह कार्य दिसम्बर माह के अंत तक हो जाता है . इसके बावजूद बड़ी संख्या में आयकरदाता समय रहते अपना आयकर रिटॅर्न जमा नहीं करते हैं तथा आखरी तारीख की प्रतीक्षा करते हैं.

निर्धारण वर्ष 2024-25 का आयकर रिटॅर्न जमा करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई थी और आखरी दिन यानी एक दिन में ही 69 लाख 92 हजार से अधिक आयकरदाताओं ने रिटर्न दाखिल किया है. आखरी तारीख या इससे कुछ दिन पहले ही आयकर रिटर्न जमा करने के पीछे का मनोविज्ञान केवल इतना ही है कि अभी तो कुछ दिन और हैं. बाद में जमा कर देंगे. यह अधिकांश लोगों की यही मानसिकता है और यही सोचकर अंतिम तारीख या इसके कुछ दिन पहले ही रिटॅर्न जमा करते हैं. यह बात इससे भी सिद्ध होती है कि इस साल 31 जुलाई को आयकर रिटॅर्न जमा करने की अंतिम तारीख को 69.92 लाख आयकरदाताओं ने आयकर रिटर्न जमा किया है. जब अधिक संख्या में आयकर रिटॅर्न जमा करए हैं तो आयक्र विभाग के सर्वर पर अधिक बोझ आने से इसकी गति काफी धीमी हो जाती है. इस कारण भी आयकरदाताओं को देरी हो जाती है. वैसे सबसे ज्यादा आयकर रिटॅर्न अंतिम 15 दिनों में ही जमा करते हैं

 देश में निर्धारण वर्ष 2024-25 में 31 जुलाई तक करीब 7 करोड़ 28 लाख आयकर रिटॅर्न दाखिल हुये हैं जो पिछले वर्ष 2023-24 की तुलना में करीब 7.5 प्रतिशत अधिक है. इस बार खास बात यह है कि आयकर रिटॅन जमा करने वाले 7.28 करोड़ आयकरदाताओं में से 5.27 करोड़ आयकरदाताओं ने नई कर व्यवस्था के तहत अपना आयकर रिटर्न दाखिल किया है जबकि करीब 2 करोड़ आयकरदाताओं ने पुरानी कर व्यवस्था पर ही विश्वास जताया है. इस प्रकारलगभग 72 प्रतिशत करदाताओं ने नई कर व्यवस्था का विकल्प चुना हैजबकि 28 प्रतिशत करदाता पुरानी कर व्यवस्था में बने हुए हैं। इस वर्ष करीब 58.57 नये आयकरदाताओं ने पहली बार आयकर रिटर्न जमा किया है.  एक सैकंड में सबसे ज्यादा 9367 आयकर रिटॅर्न 31 जुलाई 2024 को रात्रि 08:08 बजे दाखिल हुये हैं. इसके पहले 17 जुलाई को प्रात: 08:13 मिनट पर दाखिल हुये हैं. आयकर रिटर्न जमा करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई को शामा 7 बजे से रात 8 बजे के बीच रिटॅर्न जमा करने की प्रति घंटे उच्चतम दर 5.07 लाख रही.  

 आयकर विभाग ने करदाताओं को अपना आयकर रिटर्न जल्दी दाखिल करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर केंद्रित संपर्क अभियान भी चलाया था । इसके साथ ही अंग्रेजी और हिंदी के अलावा 12 स्थानीय भाषाओं में सूचनात्मक वीडियो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित किए गए। आउटडोर अभियान भी चलाए गए। इस तरह के ठोस प्रयासों से आयकर रिटॅर्न दाखिल करने की संख्या में वृद्धि के साथ सार्थक परिणाम सामने आए । इसके बावजूद आयकरदाता रिटर्न दाखिल करने के लिये अंतिम दिनों का ही इंतजार करते रहे.  आयकर विभाग ने उन सभी करदाताओंजो किसी भी कारण से नियत तिथि के भीतर अपना आयकर रिटॅर्न दाखिल करने से चूक गए हैं,  उन्हें सलाह दी है कि  वे अपना आयक्र रिटर्न शीघ्र दाखिल करें।