सकारात्मक विचारों से क्रोध, तनाव पर नियंत्रण सम्भव

पुलिस के लिये तनाव मुक्त जीवन शैली पर कार्यक्रम

    

इंदौर। वर्तमान प्रतिस्पर्धा व तनाव युग के कारण मानव जीवन में अनेक मानसिक रोग बढ़ते जा रहे हैं। चिंता, क्रोध, जल्दबाजी, बदला लेने की भावना, अनिद्रा इनके कारण से रोग ब समस्याएं बढ़ रही है। तनाव का कारण परिस्थिति या कार्य का बोझ नहीं बल्कि हमारे विचार है। इन विचारों को अगर हम सकारात्मक दिशा राजयोग से देते हैं तो हमारा तन भी स्वस्थ और मन भी दुरुस्त होने लगता है। यह विचार यातायात विभाग पुलिस नियंत्रण कार्यालय में तनाव मुक्त जीवन शैली विषय पर आयोजित कार्यक्रम में धार्मिक प्रभाग के जोनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्माकुमार नारायण भाई ने व्यक्त किये। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुशील तिवारी ने बताया कि पुलिस में कई बार समय की  अनियमितताएं होती है। कार्य की अधिकता और परिस्थितियों से मुकाबला करने के कारण तनाव जीवन का अंग बनते जा रहा है। ऐसे में हमारे सकारात्मक विचार ही हमें तनाव से मुक्ति प्रदान कर सकते हैं। उन्होने कहा कि हमारे मन का प्रभाव तन के ऊपर प्रत्यक्ष रीति से पड़ता है। इसीलिए योग इसके अंदर सकारात्मक भूमिका निभाता है । आभार व्यक्त करते हुए यातायात विभाग के रक्षित निरीक्षक विजयकांत शुक्ला ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि8 प्रतिदिन अगर हम अपने को सकारात्मक विचार देते जाएं तो हमारे चारों ओर एक औरा बन जाता है। हमारा आत्मविश्वास जागृत होने लगता है। कार्य क्षमता में वृद्धि होने लगती है। इसलिए हमेशा अपने जीवन में थोड़ा समय अपने को देना चाहिए जिससे सकारात्मक विचार और राजयोग को शामिल करना चाहिए। कैसे भी परिस्थिति हो लेकिन स्थिति से निपटने के लिये हमारा दृष्टिकोण सकारात्मक होना चाहिए । कार्यक्रम के अंत में राजयोग का अभ्यास भी कराया।