शिवराज जी अपना वादा निभाईए

वाग्देवी की प्रतिमा लंदन से वापस लाईए

भोपाल। साल 2022 में 29 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में एक कार्यक्रम में घोषणा की थी कि   राज्य सरकार लंदन के एक संग्रहालय में रखी देवी वाग्देवी (सरस्वती) की मूर्ति को वापस लाने के प्रयास फिर से शुरू करेगी। उन्होने यह भी  कहा था कि हिंदू समुदाय की वाग्देवी की मूर्ति को भारत वापस लाने की मांग पुरानी है।

     श्री चौहान की इंदौर में की गई घोषणा केवल घोषणा बनकर ही रह गई। मुख्यमंत्री रहते हुए वाग्देवी की मूर्ति को भारत वापस लाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। अब वे केंद्र में केबिनेट मंत्री हैं और दो महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार संभाल रहे हैं। केंद्र में मंत्री रहते हुए उन्हें मां वाग्देवी की मूर्ति को भारत वापस लाने की अपनी घोषणा को पूरा करने की पहल करनी चाहिये। प्रदेश और अन्य राज्यों के परमार और पवार संगठन भी लगातार मांग कर रहे हैं कि उनकी आराध्य देवी मां वाग्देवी की मूर्ति को भारत शीघ्र वापस लाया जाए ।

 गौरतलब है कि धार में परमार वंश के महाप्रतापी विद्वान राजा भोज ने 1034 ईस्वी में मां वाग्देवी की इस प्रतिमा को भोजशाला परिसर में स्थापित किया था। भारत में अपने शासन के दौरान अंग्रेज इस प्रतिमा को सन 1875 में लंदन ले गए थे। तभी से वाग्देवी की इस प्रतिमा को वापस लाने की मांग की जाती रही है. 

    धार का भोजशाला परिसर, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित स्मारक है, जिसमें वाग्देवी (सरस्वती) मंदिर और कमल मौला मस्जिद है।