स्वस्थ भोजन केवल यह नहीं है कि आप क्या खा रहे हैं, बल्कि यह भी महत्वपूर्ण है कि आप कहां और कैसे खा रहे हैं. वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है, जो हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमारे घर की दिशाएं और स्वास्थ्य आपस में जुड़े हुए हैं. वास्तु शास्त्र हमारे घर को सकारात्मक ऊर्जा से भरने के लिए खास दिशा-निर्देश देता है. क्या आप जानते हैं कि किस दिशा में बैठकर खाना खाने से आपकी जिंदगी पर असर पड़ सकता है?

बैठने की सही दिशा
अगर आप पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में मुंह करके खाना खाते हैं, तो यह बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-वैभव बढ़ता है. यह दिशा आर्थिक समृद्धि और खुशहाली लाने वाली मानी जाती है. इससे पाचन अच्छा होता है, मन शांत रहता है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.

इस दिशा में बैठकर न करें भोजन
दक्षिण दिशा में मुंह करके खाना खाने से बचें. यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है, जिससे सेहत खराब हो सकती है और जीवन में परेशानियां आ सकती हैं.

बिस्तर पर बैठकर खाना
बिस्तर पर बैठकर खाना वास्तु के अनुसार अशुभ होता है. इससे मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और घर में आर्थिक तंगी आ सकती है.

शांत और सुखद माहौल बनाएं
डाइनिंग एरिया में हल्के और सुकून देने वाले रंगों का इस्तेमाल करें, जैसे हल्का हरा, नीला या सफेद. गहरे या ज्यादा चमकीले रंगों से बचें, क्योंकि ये नकारात्मकता ला सकते हैं और खाने के समय अशांति पैदा कर सकते हैं.

खाना बनाते समय ध्यान देने योग्य बातें

    अगर आप खुद खाना बना रहे हैं, तो हमेशा शांत और खुश मन से बनाएं.
    गुस्से या तनाव में खाना पकाने से नकारात्मक ऊर्जा भोजन में समा जाती है, जो पूरे परिवार पर असर डाल सकती है.
    कोशिश करें कि भोजन बनाने के दौरान सकारात्मक विचारों पर ध्यान दें.
    अगर इन छोटे-छोटे वास्तु नियमों का पालन किया जाए, तो घर में खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि बनी रहती है.