आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो आज का चिंतन..........रणछोड़दास .............. संजय अग्रवाल

आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो
आज का चिंतन
- संजय अग्रवाल
रणछोड़दास
कृष्ण जीवन में एक बार
युद्ध को छोड़कर भाग गए थे
इसलिए उन्हें रणछोड़दास भी
कहा जाता है।
इसके पीछे मूल कारण यही था कि
जीवन में बुद्धिमत्तापूर्वक
अनावश्यक युद्ध से,
विरोध से स्वयं को
बचा लेना होता है।
महत्व किन बातों का
जीवन में चुनाव और
निर्णय हमारा होता है कि
हम किन बातों को और
किन व्यक्तियों को
महत्व दे रहे हैं
और क्यों दे रहे हैं।
यदि हम सही चुनाव या
करते हैं तो ही
हम प्रगति कर सकते हैं
अन्यथा पतन, हानि या
अधोगति निश्चित है।
परिस्थितियां
परिस्थितियां हमारे नियंत्रण में
कभी भी नहीं होती हैं
किंतु उन परिस्थितियों में
हमारी प्रतिक्रिया और
व्यवहार कैसा हो,
यह पूरी तरह हमारे
नियंत्रण में होता है,
होना भी चाहिए।
क्या करें
जीवन में अनावश्यक व्यक्तियों,
बातों और वातावरण से
रणछोड़दास की तरह
स्वयं को बचाकर,
अपनी ऊर्जा, शक्ति और समय को
उपयोगी और सकारात्मक कार्यों में
और सृजन में लगाएं,
यही अभीष्ट होता है।
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श्री संजय अग्रवाल आयकर विभाग, नागपुर में संयुक्त आयकर आयुक्त हैं. वे हमेशा लोगों से सम्पर्क और संवाद करने के लिये इच्छुक रहते हैं। इसीलिए वे संपर्क, संवाद और सृजन में सबसे अधिक विश्वास करते हैं। मानवीय मूल्यों और सम्बंधों के सूक्ष्म विश्लेषण के चितेरे श्री अग्रवाल "आज का चिंतन" नियमित रूप से लिख रहे हैं।