शुभ शनिवार ….. आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो

 

 

 

 

 

आज का चिंतन

  • संजय अग्रवाल  

उदारमना

 

कई बार हम दूसरों से 

खुलकर बोल नहीं पाते,

मिल नहीं पाते। 

डरते हैं कि कोई हमारा

फायदा न उठा ले

कोई हमें धोखा न दे दे

कोई हमारे रहस्य न जान ले इत्यादि।

कदाचित विश्वास से अधिक भय 

और सहजता से अधिक

संदेह के वातावरण में

हम अपना जीवन जीते हैं।

 

उदारता

यदि हम उदारता पूर्वक

व्यवहार करें तो पाएंगे कि

देने में अधिक खुशी मिलती है

साझा करने में अधिक लाभ होता है,

दूसरों की सहायता करने में

अधिक संतोष मिलता है।

 

सावधानी

दूसरों के साथ व्यवहार करने में

सावधानी आवश्यक होती है

लेकिन इसका अर्थ

यह कदापि नहीं होता है कि

हम हमेशा असहज व्यवहार करें,

अनावश्यक दूरी बनाकर रखें,

स्वयं को उन्नति और प्रगति के

अवसरों से वंचित कर लें..

 

क्या करें 

अपने पूरे आत्मविश्वास,

पारदर्शिता, दृढ़ता, स्पष्टता और

सहजता के साथ व्यवहार करें।

कभी भी अनावश्यक दबाव

महसूस न करें और

किसी भी अनुचित बात को

मान्यता नहीं दें,

उसे स्वीकार नहीं करें।

हम जो देते हैं, वही पाते हैं।

प्रेम, विश्वास और आस्था ही

जीवन के आधार हैं

और यह एक अनुभूत सत्य है।

****************

https://dailynewshub.net/ws/dailynewshubnet/news/202411/Agrawal_Sanjay_IT_-_Copy-8.jpg

श्री संजय अग्रवाल आयकर विभागनागपुर में संयुक्त आयकर आयुक्त हैं. वे हमेशा लोगों से सम्पर्क और संवाद करने के लिये इच्छुक रहते हैं इसीलिए वे संपर्कसंवाद और सृजन में सबसे अधिक विश्वास करते हैं  मानवीय मूल्यों और सम्बंधों के सूक्ष्म विश्लेषण के चितेरे श्री अग्रवाल "आज का चिंतन" नियमित रूप से लिख रहे हैं