लोकनायक जयप्रकाश अवार्ड समारोह दिसम्बर में होगा--अभय सिन्हा
लोकनायक जयप्रकाश अवार्ड समारोह दिसम्बर में होगा--अभय सिन्हा
जेपी जयंती समारोह जेपी स्मृति पार्क दिल्ली में 11 अक्टूबर को होगा--नारायण कुमार
नयी दिल्ली। लोकनायक जय प्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र की आवश्यक बैठक दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, नयी दिल्ली स्थित अंतरराष्ट्रीय सहयोग विकास परिषद के सभागार में वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रख्यात पर्यावरणविद श्री ज्ञानेन्द्र रावत की अध्यक्षता में संपन्न हुयी।
बैठक में केन्द्र के महासचिव श्री अभय सिन्हा ने जानकारी दी कि इस वर्ष नवरात्रि होने के कारण जेपी अवार्ड समारोह का आयोजन जेपी की जयंती पर न होकर इस वर्ष दिसम्बर माह के आखिरी पखवाडे़ में दिल्ली में आयोजित किया जायेगा। इस अवसर पर प्रतिवर्ष की भांति देश की विभिन्न प्रतिभाओं को जेपी अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। इसके अलावा श्री नारायण कुमार ने सभी लोगों से अपील की कि आप सभी जेपी की जयंती 11 अक्टूबर को दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित जेपी पार्क में उनकी प्रतिमा के समक्ष आयोजित समारोह में अवश्य सहभागिता करें।
इस अवसर पर लोकनायक जय प्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र के महासचिव श्री अभय सिन्हा ने लोकनायक के क्रांतिकारी जीवन और उनके कृतित्व व बीते दशकों में उनकी स्मृति में केन्द्र द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किये जाने वाले जयंती समारोह, सम्मान समारोह, अगस्त क्रांति आंदोलन समारोह व संपूर्ण क्रांति समारोह आदि के बारे में सिलसिलेवार प्रकाश डाला और उनकी स्मृति में देश की राजधानी दिल्ली में एक अंतराष्ट्रीय शोध एवं अध्ययन केन्द्र की स्थापना की दिशा में केन्द्र द्वारा किये गये प्रयासों की चर्चा की। उन्होंने बिहार की विधायक श्रीमती रश्मि वर्मा द्वारा केन्द्र को जे. पी. की स्मृति में नरकटियागंज में दो बीघा जमीन दिये जाने की बैठक में सूचना भी दी और इस हेतु उनका आभार व्यक्त किया। इसके उपरांत बैठक में विशेष रूप से उपस्थित अंतरराष्ट्रीय सहयोग विकास परिषद के निदेशक श्री नारायण कुमार ने विधायक श्रीमती रश्मि वर्मा के प्रस्ताव पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि देश की राजधानी में जेपी की स्मृति में एक अंतरराष्ट्रीय शोध केन्द्र की स्थापना के लिए हम सब मिलकर सरकार से मांग करेंगे और समाज से सहयोग की अपील करेंंगे। बैठक की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार एवं पर्यावरणविद श्री ज्ञानेन्द्र रावत ने कहा कि जे.पी. की स्मृति में शोध केन्द्र की स्थापना का सवाल वर्षों से अटका पड़ा है। क्या इस हेतु हम एक अभियान के तहत देश से अपील नहीं कर सकते। सरकार के मानस का प्रमाण हमें विगत वर्षों में केन्द्र के मंत्रियों के आश्वासनों से मिल चुका है। इस हेतु हमें अब एक अभियान चलाना होगा और समाज का सहयोग लेना होगा। बैठक में उपस्थिति सदस्यों ने सर्वसम्मति से श्री नारायण कुमार व श्री ज्ञानेन्द्र रावत के कथन का समर्थन किया और इस अभियान में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
बैठक में हम के नेता श्री संजय सिंह खुटैल व श्री चंदन शर्मा, एम एस एम ई के प्रमुख श्री राजकुमार बसोया, ट्रैफिक गुरू श्री शैलेश सिन्हा, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता श्री उज्जवल कुमार, देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री चंद्र शेखर जी के राजनीतिक सलाहकार श्री एच एन शर्मा, आर्ट एण्ड कल्चरल ट्रस्ट आफ इंडिया के अध्यक्ष डा०शूलपाणि सिंह, पर्यावरणविद एवं लेखक श्री प्रशांत सिन्हा, राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय के पूर्व सचिव श्री महंत भाई व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती राजकुमारी एवं श्री मनोज श्रीवास्तव व समाजसेवी, पत्रकार श्रीमती विजय लक्ष्मी पाण्डेय ने अपने विचार व्यक्त किये और इस अभियान में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक के अंत में अध्यक्ष श्री ज्ञानेन्द्र रावत ने उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में इसी भांति सहयोग व स्नेह बनाये रखने की अपील की। इस अवसर पर विशेष रूप से महंत व आध्यात्मिक गुरू श्री अशोक नाथ, जनाब यूसुफ निजामी, पर्यावरण कार्यकर्ता एवं यमुना मुक्ति अभियान के श्री जयप्रकाश भाई, वैज्ञानिक श्री श्याम सुंदर राठी, श्री अभय कुमार श्रीवास्तव, राजनीतिक कार्यकर्ता श्री पंकज चौधरी, राष्ट्रीय युवा योजना के श्री धर्मेंद्र भाई,अधिवक्ता श्री सुशील सक्सेना, अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट श्री उज्जवल कुमार आदि की उपस्थिति प्रमुख रूप से उल्लेखनीय थी।
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