लाल सिंह चड्ढा के तीन साल बाद आमिर खान के बाद फिर से सिनेमाघरों में वापसी की तैयारी कर रहे हैं। सितारे जमीन पर उनके मोस्ट अवेटेड प्रोजेक्ट्स में से एक है। फिल्म की शूटिंग भी मेकर्स ने शुरू कर दी है। फिल्म का इंतजार करने वाले फैंस के लिए बता दें कि मूवी में अब गाना फिल्माया जा रहा है। आइए बताएं गानों की डिटेल्स...

इस एक्ट्रेस के साथ गाना शूट कर रहे अभिनेता
फिल्म सितारे जमीन पर को लेकर ज्यादा जानकारी तो सामने नहीं आई है, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले हफ्ते आमिर खान और जेनेलिया देशमुख पर एक खास गाना शूट किया गया। यह शूटिंग मुंबई के मरोल इलाके में पांच दिनों तक चली। इस गाने को डायरेक्टर आर. एस. प्रसन्ना और कोरियोग्राफर विजय गांगुली ने मिलकर तैयार किया है।

सेट से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि यह एक फील-गुड (अच्छा महसूस कराने वाला) गाना है। अभी यह साफ नहीं है कि यह गाना फिल्म की कहानी का हिस्सा होगा या नहीं। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह शायद फिल्म के आखिरी क्रेडिट में दिखाया जाएगा, और फिल्म के मुख्य विषयों को जोड़ने का काम करेगा।

आमिर खान को पिछली फिल्म से हुई थी निराशा  
फिल्म सितारे जमीन पर का निर्देशन शुभ मंगल सावधान (2017) के निर्देशक आर. एस. प्रसन्ना कर सकते हैं। इस फिल्म में आमिर खान के साथ जेनेलिया देशमुख भी एक महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगी। आमिर के कमबैक को लेकर दर्शकों में काफी उत्साह है, क्योंकि उनकी पिछली फिल्म लाल सिंह चड्ढा बॉक्स ऑफिस पर उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई थी और बुरी तरह फ्लॉप हो गई थी। इस असफलता के बाद आमिर ने कुछ समय के लिए फिल्मों से दूरी बना ली थी।

तारे जमीन पर मूवी की कहानी
तारे जमीन पर (2007) की बात करें तो एक इमोशनल और मोटिवेशनल फिल्म है, जिसे आमिर खान ने निर्देशित किया था। इसकी कहानी एक ऐसे बच्चे, ईशान अवस्थी, के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे पढ़ाई में बहुत मुश्किल होती है, खासकर पढ़ने और लिखने में। वह एक बेहद रचनात्मक और कल्पनाशील बच्चा होता है, लेकिन उसे डिस्लेक्सिया नामक सीखने में कठिनाई वाली स्थिति होती है, जिसे उसके माता-पिता और शिक्षक समझ नहीं पाते।

ईशान को उसकी इस कमजोरी के लिए डांटा जाता है और बाद में उसे बोर्डिंग स्कूल भेज दिया जाता है। वहीं उसकी जिंदगी तब बदलती है जब एक नया कला शिक्षक, राम शंकर निकुम्भ (आमिर खान) स्कूल में आता है। निकुम्भ सर ईशान की समस्या को समझते हैं और उसका आत्मविश्वास फिर से जगाते हैं। वो न सिर्फ ईशान को उसकी प्रतिभा पहचानने में मदद करते हैं, बल्कि बाकी लोगों को भी यह सिखाते हैं कि हर बच्चा खास होता है।