एएसआई संरक्षित स्मारकों में

केवल आज प्रवेश शुल्क नहीं लगेगा

 

     नई दिल्ली। एतिहासिक और पुरातत्व महत्व के स्मारकों को देखने में रूचि रखने वालो के लिये भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने आज 18 अप्रैल को स्मारकों को देखने के लिये लगने वाला प्रवेश शुल्क नहीं लेने की घोषणा की है। एएसआई ने यह निर्णय 18 अप्रैल को मनाए जा रहे विश्व धरोहर दिवस के लिया है। वैश्विक स्तर पर मनाए जा रहे विश्व धरोहर दिवस के  अवसर पर देश भर में एएसआई द्वारा संरक्षित  3698 स्मारकों को देखने जाने वाले व्यक्तियों से कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाएगा।

इस पहल का उद्देश्य पर्यटकों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को देखने के लिए प्रोत्साहित करना है। एएसआई अपने संरक्षण में 3,698 स्मारकों और स्थलों के साथ देश की ऐतिहासिक विरासत और वास्तुशिल्प चमत्कारों से फिर से जुड़ने का यह अवसर प्रदान कर रहा है।

      देश भर में एएसआई द्वारा संरक्षित स्मारकों में प्रवेश शुल्क माफ करने से एएसआई को उम्मीद है कि हमारी निर्मित विरासत के संरक्षण और प्रबंधन के महत्व के बारे में अधिक से अधिक जन सहभागिता को बढ़ावा मिलेगा और इस बात पर जागरूकता बढ़ेगी कि नागरिक किस प्रकार हमारी विरासत को संरक्षित रखने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं।

     इस वर्ष विश्व धरोहर दिवस का विषय है 'आपदा एवं संघर्ष से खतरे में धरोहर'। इसके तहत प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं, खतरों या संघर्षों से धरोहर स्थलों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाई जा रही है। हमारे संविधान में निर्धारित मौलिक कर्तव्यों के अनुसार, इन अमूल्य विरासत स्थलों की रक्षा करना और उन्हें बचाने में अपना योगदान देना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

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