उदयपुर । उदयपुर जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल ने कहा कि ग्रीष्मकाल में बिजली-पानी की आपूर्ति सुचारू रखने के लिए हर संभव प्रयास हो। आमजन से सीधे जुड़े महकमों के अधिकारी-कर्मचारी अपने मोबाइल हमेशा चालू रखें, आमजन की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनें तथा संतोषप्रद जवाब दें। मोबाइल स्वीच ऑफ रखे जाने और आमजन की समस्या का निस्तारण नहीं होने की शिकायत मिलने पर संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला कलक्टर ग्रीष्म ऋतु के मद्देनजर बिजली-पानी और सडक़ सुविधा को लेकर संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने सर्वप्रथम बिजली व्यवस्था की जानकारी ली। अजमेर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता भवानीशंकर शर्मा ने बताया कि उदयपुर जिले में कुल 9 लाख 22 हजार 180 विद्युत उपभोक्ता हैं, इनमें 7.5 लाख घरेलू, 80 हजार कृषि, 13 हजार औद्योगिक तथा शेष 84 हजार अघरेलू व अन्य कनेक्शन हैं। जिले की दैनिक विद्युत खपत औसतन गर्मी के मौसम में 85 लाख यूनिट (करीब 354 मेगावाट) रहती है, लेकिन इस बार बढक़र करीब 100 लाख यूनिट (417 मेगावाट) हो गई है। अत्यधिक गर्मी और ओवरलोडिंग के कारण पिछले दिनों 220केवी देबारी को फीड होने वाली चित्तौड़-देबारी लाइन 7 एवं 8 मई को दो बार ट्रिप हो गई थी। इससे उदयपुर, बांसवाड़ा क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई थी। उक्त ओवरलोडिंग को दूर करने क लिए उदयपुर में सुबह 6.30 से 8.30 बजे तक ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक 33केवी सब स्टेशन पर 50 प्रतिशत कटौती तथा शाम 5.30 से रात 11.30 बजे तक औद्योगिक कनेक्शनों पर 50 प्रतिशत कटौती की जाती है, ताकि सभी को सुचारू बिजली आपूर्ति की जा सके। उन्होंने अवगत कराया कि दो दिन पूर्व तूफान के कारण निगम के 17 ट्रांसफर्मर तथा 85 पोल को क्षति पहुंची थी, जिसे निगम की टीम ने 24 घंटे काम करके त्वरित रूप से दूरस्त कराकर सप्लाई रिस्टोर करा दी है।