पावन पर्व भाई दूज की आपको सपरिवार हार्दिक बधाई.... कोटिश: शुभकामनाएं

आपका दिन शुभ हो... मंगलमय हो...

आज का चिंतन

                                                  * संजय अग्रवाल

 

उधार के विचार

 

आज विचारों के संप्रेषण 

के माध्यम बढ़ गए हैं 

जैसे व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम

ईमेल, लिंकडइन इत्यादि। 

यह सभी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम हैं 

और पारंपरिक माध्यम जैसे 

पत्राचार, प्रत्यक्ष मुलाकात 

इत्यादि अत्यल्प हो गए हैं।

मौलिक विचार

चिंतन का अभ्यास न्यूनतम 

हो गया है और कॉपी पेस्ट 

और फॉरवर्ड का चलन 

बेतहाशा बढ़ गया है।

फलस्वरुप मौलिक विचारों 

का सृजन और संप्रेषण 

कभी कभार ही 

देखने को मिलता है।

सृजनात्मकता

सृजन की क्षमता केवल 

मनुष्य में है और 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या 

चैट जीपीटी इत्यादि के 

माध्यम से जो सृजन हो रहा है 

वह केवल संग्रहित डाटा का 

परम्यूटेशन और कांबिनेशन ही है।

क्या करें

आज की आवश्यकता यही है 

कि हम अपने चिंतन के 

आधार पर उपजे विचारों को 

लिख लिया करें और उन्हें 

कहीं पर इकट्ठा करके रख लें।

मौलिकता को बचाए रखें 

और उसे सदैव बढ़ावा दें।

*******************

  •  श्री संजय अग्रवाल आयकर विभाग, नागपुर में संयुक्त आयकर आयुक्त हैं. वे हमेशा लोगों से सम्पर्क और संवाद करने के लिये इच्छुक रहते हैं इसीलिए वे संपर्क, संवाद और सृजन में सबसे अधिक विश्वास करते हैं  मानवीय मूल्यों और सम्बंधों के सूक्ष्म विश्लेषण के चितेरे श्री अग्रवाल "आज का चिंतन" नियमित रूप से लिख रहे हैं