अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं....

आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो

 

आज का चिंतन

 

  • संजय अग्रवाल  

नवरत्न

जैसे मोती, पन्ना, मानिक, गोमेद, हीरा, मूंगा, लहसुनिया, पद्मराग, नीलम को नवरत्नों की मान्यता प्राप्त है उसी प्रकार अकबर ने भी अपने दरबार में 9 विशेषज्ञ विद्वानों को शामिल किया था जिन्हें नवरत्न कहा जाता है और यही नवरत्न उसकी शक्ति और सामर्थ्य की पहचान थे।

हमारे जीवन में

कोई भी व्यक्ति स्वयं में

परिपूर्ण नहीं होता और

वह अपने आसपास के 

लोगों से, पुस्तकों से और 

अन्य संसाधनों से

शक्ति और सामर्थ्य 

प्राप्त करता है।

हमें आवश्यक होता है कि

हमारे आसपास भी

इस प्रकार के नवरत्न रहें जो

हमारे बल और क्षमता 

में अभिवृद्धि करते हों।

 

संगत

संगत का प्रभाव

हमारे विचारों पर

व्यवहार और आचरण पर

निश्चित ही पड़ता है।

अतः हमें जितना आवश्यक 

सत्संग होता है

उससे भी महत्वपूर्ण कुसंग से

स्वयं को बचाना होता है।

 

जागरूकता 

हम सदैव उन व्यक्तियों,

मशीनों (मोबाइल वगैरा) और

अन्य वस्तुओं इत्यादि के प्रति

पूरी तरह जागरूक रहें कि

उनके कारण हमारे 

जीवन की दशा और दिशा पर 

क्या प्रभाव पड़ रहा है और 

चेतना के स्तर पर

यही अभीष्ट होता है।

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श्री संजय अग्रवाल आयकर विभागनागपुर में संयुक्त आयकर आयुक्त हैं. वे हमेशा लोगों से सम्पर्क और संवाद करने के लिये इच्छुक रहते हैं इसीलिए वे संपर्कसंवाद और सृजन में सबसे अधिक विश्वास करते हैं  मानवीय मूल्यों और सम्बंधों के सूक्ष्म विश्लेषण के चितेरे श्री अग्रवाल "आज का चिंतन" नियमित रूप से लिख रहे हैं