आंग्ल नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें..... आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो

आज का चिंतन

  • संजय अग्रवाल  

 

पूरी बात तो समझो...

कई बार बातचीत में कोई व्यक्ति 

बिना पूरी बात सुने या 

बिना पूरी बात समझे ही 

टिप्पणी दे देता है या 

कार्य कर लेता है और बाद में 

कुछ गलत हो जाने पर 

उसे महसूस होता है कि मैं 

समय पर पूरी बात सुन लेता,

समझ लेता तो यह गलती या 

गलतफहमी ना होती।

 

हड़बड़ी में गड़बड़ी

आजकल हर व्यक्ति इतनी ज्यादा

हड़बड़ी में है कि वह अपने ही 

अनुमान और अपनी ही समझ

बुद्धि से उत्तर देने की या 

कार्य करने की कोशिश करता है 

जबकि सामने वाले का मंतव्य

उद्देश्य या लक्ष्य 

कुछ और ही होता है।

 

धैर्यपूर्वक सुनना

संवाद का सबसे महत्वपूर्ण तत्व 

होता है कि सामने वाले की बात को

धैर्यपूर्वक सुना जाए और 

पूरी बात समझने के पश्चात 

ही कोई टिप्पणी की जाए।

कहा भी गया है कि 

बोलो कम और सुनो ज्यादा।

 

क्या करें

हम सामने वाले की बात 

आराम से, तसल्ली से 

पूरी तरह सुनें, उसे समझें

प्रश्नों के द्वारा स्पष्टता लाएं 

और फिर उसे दोहराएं 

कि हमने क्या समझा है और 

उसके पश्चात ही उचित कार्यवाही 

करें, यही अभीष्ट होता है। 

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श्री संजय अग्रवाल आयकर विभागनागपुर में संयुक्त आयकर आयुक्त हैं. वे हमेशा लोगों से सम्पर्क और संवाद करने के लिये इच्छुक रहते हैं इसीलिए वे संपर्कसंवाद और सृजन में सबसे अधिक विश्वास करते हैं  मानवीय मूल्यों और सम्बंधों के सूक्ष्म विश्लेषण के चितेरे श्री अग्रवाल "आज का चिंतन" नियमित रूप से लिख रहे हैं