आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो

 

 

 

 

 

आज का चिंतन

  • संजय अग्रवाल  

आधी मुलाकात

 

 आजकल व्यस्तता या

अन्य कारणों से

प्रत्यक्ष रूप से मिलना

बहुत कठिन हो गया है

लेकिन यदि फोन पर

बातचीत हो जाती है तो

इसे भी हम आधी मुलाकात 

तो कह ही सकते हैं।

 

चर्चा

फोन पर बातचीत से

तत्काल विचार विमर्श और

विचारों का आदान-प्रदान,

सलाह मशविरा इत्यादि 

आसानी से और

त्वरित रूप से हो जाता है। 

चैटिंग के मुकाबले यह

ज्यादा विस्तृत और प्रभावी

तथा उपयोगी होता है। 

 

बाद में कर लेंगे

रहे काम राजाओं के नहीं होते

अर्थात फोन पर बातचीत की

जब इच्छा हो तो

समय के अनुसार तुरंत 

बातचीत कर लेना ठीक रहता है। 

एक बार चूक गए तो

दोबारा ऐसी स्थिति आएगी

या नहीं या फिर कब आएगी 

कहा नहीं जा सकता।

 

संतुष्टि

फोन पर बातचीत करके

जो संतुष्टि मिलती है वह

अन्यथा संभव नहीं होती है।

 

वह व्यस्त होगा

कई बार यह सोचकर

हम फोन करने से 

रुक जाते हैं कि

वह व्यस्त होगा लेकिन 

सच बात यह है कि

फोन आने पर कोई भी 

व्यक्ति यथासंभव बात

कर लेता है अन्यथा 

बाद में कॉल बैक

कर ही लेता है।

इससे संपर्क और संवाद में

निरंतरता बनी रहती है

और नित्य जीवन में

यही अभीष्ट होता है।

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श्री संजय अग्रवाल आयकर विभागनागपुर में संयुक्त आयकर आयुक्त हैं. वे हमेशा लोगों से सम्पर्क और संवाद करने के लिये इच्छुक रहते हैं इसीलिए वे संपर्कसंवाद और सृजन में सबसे अधिक विश्वास करते हैं  मानवीय मूल्यों और सम्बंधों के सूक्ष्म विश्लेषण के चितेरे श्री अग्रवाल "आज का चिंतन" नियमित रूप से लिख रहे हैं