शुभ रविवार आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो

 

 

 

 

 

आज का चिंतन

  • संजय अग्रवाल  

 

उसने पूछा नहीं

कई बार रिश्तों में दूरी इसलिए 

हो जाती है कि हम सोचते हैं कि 

उसने हमसे पूछा नहीं या 

उसने हमें बताया नहीं 

वहीं दूसरी ओर 

हमारी ओर से भी 

बताना या पूछना रह जाता है।

लेकिन पहल दूसरी ओर से हो 

इसी की प्रतीक्षा हम 

करते रह जाते हैं..।

 

स्वाभिमान

पहल करने से स्वाभिमान में 

कभी भी कोई कमी नहीं आती है 

अपितु पहल ना करना अभिमान 

का सूचक माना जाता है।

और इस अभिमान की वेदी पर 

रिश्तों की बलि चढ़ जाती है।

 

दोनों तरफ से

यह सही है कि कोई भी रिश्ता 

दोनों ओर से निभाया जाता है 

किंतु हमें यह सदैव सुनिश्चित 

करना चाहिए कि 

रिश्ता निभाने में हमारी ओर से 

कभी भी कोई कमी ना हो।

रिश्ता निभाना यदि प्राथमिकता 

हो तो अन्य सभी बातें 

गौण हो जाती हैं।

 

जीवन

जीवन के लिए रिश्ते प्राणवायु 

की तरह होते हैं। हमें एक ओर 

रिश्तों में गलती करने से 

बचना चाहिए तो दूसरी ओर 

गलत रिश्तों को बनाए रखने की 

गलती भी नहीं करना चाहिए।

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श्री संजय अग्रवाल आयकर विभागनागपुर में संयुक्त आयकर आयुक्त हैं. वे हमेशा लोगों से सम्पर्क और संवाद करने के लिये इच्छुक रहते हैं इसीलिए वे संपर्कसंवाद और सृजन में सबसे अधिक विश्वास करते हैं  मानवीय मूल्यों और सम्बंधों के सूक्ष्म विश्लेषण के चितेरे श्री अग्रवाल "आज का चिंतन" नियमित रूप से लिख रहे हैं