आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो

 

 

 

 

 

आज का चिंतन

  • संजय अग्रवाल  

 

सुविधाओं के आयाम

 

मनुष्य स्वाभाविक रूप से 

कष्टों से बचना

और सुविधाओं को

भोगना चाहता है।

एक ओर संतुष्टि

भाव का विषय है 

तो दूसरी ओर सुविधा

वस्तु और वातावरण से

जुड़ी होती है 

जिन्हें सामान्यतः

धन, पद या प्रभाव से

प्राप्त किया जाता है।

 

सुविधा की कीमत

सुविधा ली नहीं जाती बल्कि

 दी जाती है और

सुविधा देने वाला 

इसकी पूरी कीमत वसूलता है।

यह देखा गया है कि

सुविधा की कीमत के रूप में

धन, अधिकारयहां तक कि

आत्मसम्मान की भी

अदायगी की जाती है।

 

सुविधा और संघर्ष

जीवन में संघर्ष से

जो कुछ प्राप्त होता है,

उससे व्यक्ति संतोष का 

अनुभव करता है और

सम्मान का भी

अधिकारी होता है।

जीवन में उन्नति और

प्रगति के लिए प्रयास और

संघर्ष को ही 

सही रास्ता बताया गया है।

 

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श्री संजय अग्रवाल आयकर विभागनागपुर में संयुक्त आयकर आयुक्त हैं. वे हमेशा लोगों से सम्पर्क और संवाद करने के लिये इच्छुक रहते हैं इसीलिए वे संपर्कसंवाद और सृजन में सबसे अधिक विश्वास करते हैं  मानवीय मूल्यों और सम्बंधों के सूक्ष्म विश्लेषण के चितेरे श्री अग्रवाल "आज का चिंतन" नियमित रूप से लिख रहे हैं