आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो आज का चिंतन ......................लौट कर वही आएगा.................. संजय अग्रवाल
आपका दिन शुभ हो, मंगलमय हो
आज का चिंतन
- संजय अग्रवाल
लौट कर वही आएगा
प्रकृति का नियम है कि
जैसा बोएंगें वैसा काटेंगे।
बोया पेड़ बबूल का
तो आम कहां से होय।
सृष्टि का नियम है कि
जिस प्रकार के विचार
और ऊर्जा का प्रवाह
हमारी ओर से होता है,
उसी प्रकार के परिणाम
हमें प्राप्त होते हैं।
व्यवहार
कहा जाता है कि
दूसरों के साथ
वह व्यवहार ना करें
जो आप स्वयं के लिए नहीं चाहते।
अर्थात जैसा तेरा गाना
वैसा मेरा बजाना।
बोली भाषा
अक्षर अर्थात जिसका
क्षरण ना हो।
जो भी हम बोलते हैं
उसे नाद कहा जाता है
और वह ब्रह्मांड में
सदैव विद्यमान रहता है।
कहा यह भी जाता है कि
दिन में एक बार सरस्वती
आपकी जिव्हा
पर विराजती हैं
अर्थात जो आप बोलेंगे
वही घटित हो जाएगा।
इसीलिए बताया गया है कि
हमें प्रतिक्षण सत्य और
शुभ ही बोलना चाहिए।
क्या करें
इच्छा की तीव्रता और
का सहयोग
समानुपाती होते हैं।
यदि आप शिद्दत से
कुछ चाहते हैं तो
कायनात भी उसे पूरा करने में
आपकी मदद करती है।
हमें अपनी सोच,
अपने विचार और
व्यवहार के प्रति
सदैव सजग और
सचेत रहना चाहिए
क्योंकि
जो आप देंगे
वही लौटकर आएगा।
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श्री संजय अग्रवाल आयकर विभाग, नागपुर में संयुक्त आयकर आयुक्त हैं. वे हमेशा लोगों से सम्पर्क और संवाद करने के लिये इच्छुक रहते हैं। इसीलिए वे संपर्क, संवाद और सृजन में सबसे अधिक विश्वास करते हैं। मानवीय मूल्यों और सम्बंधों के सूक्ष्म विश्लेषण के चितेरे श्री अग्रवाल "आज का चिंतन" नियमित रूप से लिख रहे हैं।