दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चे उपहास और

उपेक्षा के पात्र नहीं - कैलाश विजयवर्गीय

--------------------------------------

इंदौर में पांच दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण शुरू

    इंदौर ।  महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन के तत्वाधान  में दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से आज इंदौर में पांच दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ। कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ मध्यप्रदेश के नगरीय प्रशासनआवास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने किया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के उद्योग मंत्री श्री चेतन कश्यप विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे,  महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-3 के विधायक गोलू शुक्ला, पूर्व सांसद श्री पुष्प जी, महामंत्री श्री लोकेश कावड़िया, श्री हुलास बेताला, श्री अरुण कुमार जैन, श्री सुरेश और जयप्रकाश विशेष रूप से मौजूद थे

     इस अवसर पर श्री विजयवर्गीय ने कहा कि दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चे  उपहास या उपेक्षा के पात्र नहीं होते हैं बल्कि ये तो श्रावण मास में घर आई गंगा के समान हैं जो हमें अपने पापों से मुक्ति दिलाने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं ।  उन्होंने कहा कि महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन, मीसो द्वारा दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों को  कौशल  प्रशिक्षण देकर इन्हें स्वावलंबी बनाने का कार्य किया जा रहा है, वह अद्भुत और अद्व्तीय है । उन्होने आयोजकों को इस बात के लिए भी धन्यवाद दिया कि उन्होंने दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये देवी अहिल्या की पावन नगरी इंदौर को चुना है। श्री विजयवर्गीय ने महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन के इंदौर चैप्टर के श्री हुल्लास बताला और उनकी टीम को विशेष रूप से बधाई दी ।

     कार्यक्रम विशेष अतिथि श्री चेतन कश्यप ने दिव्यांग बच्चों के रोजगार के लिए योजना बनाकर उसे कार्यशील करने का आश्वासन देते हुये कहा कि ऐसे बच्चों के सर्वांगीण विकास और मुख्य धारा में जोड़ने के लिए ऐसे आयोजन करना सराहनीय कार्य है। उन्होने दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों के प्रति समाज के नजरिए में बदलाव लाकर सबका विकास, सबका विश्वास और सबका साथ के मूल मंत्र को केंद्र में रखकर योजना बनाने पर बल दिया । उन्होने विश्वास दिलाया कि नए औद्योगिक परिसरों, क्लस्टर्स में दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों के लिए योजनाएं बनाई जाएगी।

      महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव ने सभी का स्वागत करते हुए इंदौर की अतिथि देवो भव की परम्परा का निर्वाह करते हुए इन दिव्यांगों को स्वावलंबी बनाए जाने की परंपरा का प्रदेश में नूतन प्रयोग की शुरुआत इंदौर से किए जाने पर हर्ष व्यक्त किया । इसी अवसर पर श्री काश्यप जी, पूर्व सांसद श्री पुष्प जी, महामंत्री श्री लोकेश कावड़िया, श्री हुलास बेताला, श्री अरुण कुमार जैन, श्री सुरेश जी और जयप्रकाश ने दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों के सर्वांगनीय विकास के लिए योजनाओं के कार्यांवयन पर गहन विचार विमर्श किया। समारोह के आरम्भ में दिव्यांग बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत जितेंद्र चोपड़ा,प्रकाश जी भटेवरा, सुरेंद्र जी डाकलिया, अरुण कुमार जैन, जयप्रकाश लालवानी, अजय जैन, हंसमुख गांधी, सुनील बोतला, पीयूष जैन, सुभाष वन्यंक्या आदि ने माला, शाल और स्मृति चिन्ह से किया।

आभार प्रदर्शन इंदौर चैप्टर के अध्यक्ष श्री हुलास बेताला ने व्यक्त किया ।

शुभारम्भ समारोह के पश्चात   सभी अतिथियों ने कार्यशाला और प्रदर्शनी का अवलोकन किया और कुछ उत्पाद भी खरीदकर दिव्यांगजनों की हौसला अफजाई की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।  महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन के तत्वाधान  में आयोजित पांच दिवसीय कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आये 600 से अधिक दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चे भाग ले रहे हैं।