श्रद्दालुजन ध्यान दें....  प्रयागराज के सभी आठ स्टेशन पूरी तरह चालू हैं

     प्रयागराज। प्रयागराज में चल रहे महाकुम्भ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। प्रयागराज जाने और वापस आने के लिए अधिकांश श्रद्धालु सड़क मार्ग और रेलगाड़ियों का उपयोग कर रहे हैं। सड़क मार्ग पर लम्बे जाम से श्रद्दालु काफी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। रेलगाड़ियों में भी भारी भीड़ के चलते यात्रियों को काफी असुविधा हो रही है। रेलवे भारी भीड़ के बावजूद  महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को लाने और वापस उनके घर पहुंचाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है। एक दिन पहले मीडिया में आई एक खबर का खंडन करते हुएकेंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि प्रयागराज क्षेत्र के आठ अलग-अलग स्टेशनों से रविवार को लगभग 330 ट्रेनों ने 12 लाख 50 हजार यात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाया गया है। भले ही भीड़ कम नहीं हो रही हैलेकिन भारतीय रेलवे इन स्टेशनों से लगभग मिनट में एक ट्रेन संचालन कर यह सुनिश्चित कर रहा है कि श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान के बाद अपने गंतव्य तक जेन में प्रतीक्षा न करनी पड़े।

       रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओश्री सतीश कुमार ने बताया कि प्रयागराज जंक्शन के साथ अन्य स्टेशन प्रयागराज छिवकीनैनीसूबेदारगंजप्रयागफाफामऊप्रयागराज रामबाग और झूसी पूरी तरह कार्यरत हैं। निरंतर भीड़ के बावजूदप्रयागराज क्षेत्र के इन स्टेशनों से विशेष और नियमित ट्रेनें पूरी क्षमता से चल रही हैं। किसी भी अमृत स्नान से दो दिन पूर्व और दो दिन पश्चात केवल एक स्टेशन प्रयागराज संगम को बंद करना एक नियमित प्रक्रिया है। श्री सतीश कुमार ने जोर देकर कहा कि यह प्रयागराज जिला प्रशासन के सुझाव पर किया गया है और इससे पूर्व के पवित्र स्नानों और अमृत स्नान पर यह कदम उठाया गया था।  उन्होंने मीडियाभारतीय रेलवे के जनसंपर्क के क्षेत्रीय और मंडल कार्यालयों से आग्रह किया कि वे विशेष रुप से आस-पास के इलाकों में कथित यातायात जाम को देखते हुए श्रद्धालुओं को महाकुंभ शहर तक पहुंचने में सहायता करने के लिए अपने बड़े प्रयासों का प्रसार करें। एक तथ्य अनुसार आज सोमवार को दोपहर बजे तकप्रयागराज जंक्शन सहित स्टेशनों से लाख से अधिक तीर्थयात्रियों को लेकर 201 से अधिक विशेष और नियमित ट्रेनें पहले ही रवाना हो चुकी थीं। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने मीडिया और आम जनता से प्रयागराज जंक्शन पर सेवाओं के प्रभावित होने के बारे में कुछ मीडिया रिपोर्टों पर ध्यान ना देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आठ रेलवे स्टेशनों पर जाकर तथ्यों को आसानी से सत्यापित किया जा सकता हैजहां महाकुंभ के लोगो के साथ मेला विशेष ट्रेनें दिन-रात चल रही हैं। भारतीय रेलवे द्वारा एक सामान्य दिन में 330 ट्रेनें चलाना भारत के लोगों के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह संख्या गत माह मौनी अमावस्या के दिन 360 ट्रेनें संचालित करने के समान लोगों की भीड अपने ऐतिहासिक स्तर पर थी। उन्होने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान ने देकर अधिकृत स्रोतों से जानकारी लें तथा अपनी यात्रा को निर्विध्न सम्पन्न करें।  

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