स्वयं भी कर सकते हैं पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन
स्वयं भी कर सकते हैं
पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन
आमतौर पर आम नागरिक यह मानते हैं कि भारत सरकार द्वारा दिये जाने वाले पद्म पुरस्कारों के लिये अनुशंसा किसी अन्य व्यक्ति द्वारा की जाती है। यह पूरी तरह सही नहीं है। यदि आप यह मानते हैं कि पद्म पुरस्कार के लिये आप भी योग्य व्यक्ति हैं लेकिन आपकी अनुशंसा करने वाला कोई नहीं है तो निराश होने की जरूरत नहीं है। पद्म पुरस्कार के लिये यह जानना जरूरी है कि इसके लिये कौन – कौन पात्र है अर्थात इस सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार में शामिल पद्म पुरस्कार के लिये क्या अर्हता है ?
पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों / विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों / सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं होते हैं।
पद्म पुरस्कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में ‘उत्कृष्ट कार्य’ करने वाले नागरिकों को सम्मानित किया जाता है।
सरकार पद्म पुरस्कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए कटिबद्ध है अर्थात ऐसे व्यक्तियों को भी पद्म पुरस्कार से सम्मानित करने का मंशा है जो बिना किसी प्रचार और तामझाम के नि:स्वार्थ भाव से अपना कार्य कर रहे हैं। ऐसे व्यक्तियों की समाज में प्रतिष्ठा तो होती है और वे इस पुरस्कार के लिये पात्र होते हुये भी अनुशंसा के अभाव में वे पुरस्कार प्रात्प करने स वंचित रह जाते हैं। इसी वजह से सरकार ने नियमों को शिथिल करते हुये यह प्रावधान किया है कि पुरस्कारों के लिये पात्र समझे जाने वाले निर्धारित क्षेत्र के व्यक्ति अपना नामांकन स्वयं कर सकते हैं। उन्हें किसी अन्य व्यक्ति से अनुशंसा करवाने की आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा कोई भी व्यक्ति पद्म पुरस्कार के लिये किसी योग्य व्यक्ति के नाम की सिफारिश कर सकता है। केंद्र सरकार ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे पद्म पुरस्कार के लिये, जिसे आप योग्य समझते हैं उनके नाम की निर्धारित प्रपत्र में नामांकन / सिफारिशें करें। नागरिक स्वयं को भी नामित कर सकते हैं। सरकार का मानना है कि महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। हाल ही के कुछ वर्षों से देखा जा रहा है कि समाज के ऐसे व्यक्तियों / प्रतिभाओं को पद्म पुरस्कारों से नवाजा जा रहा है जिन्होंने इन पुरस्कारों के बारे में सुना तक नहीं था।
पद्म पुरस्कार के लिये नामांकन अथवा सिफारिश राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ही ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी। पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) अधिकतम 800 शब्दों में होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों / सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो।
गणतंत्र दिवस, 2025 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2025 के लिए नामांकन / सिफारिश करने की अंतिम तारीख 15 सितंबर, 2024 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/सिफारिश की विस्तृत जानकारी
गृह मंत्रालय की वेबसाइट https://mha.gov.in पर उपलब्ध है। इन पुरस्कारों से संबंधित संविधि (statutes) और नियम वेबसाइट https://padmaawards.gov.in/AboutAwards.aspx पर देखे जा सकते हैं।