एम्स भोपाल में कैंसर मरीजों के लिए

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ऑनकोसर्जरी क्लिनिक की शुरुआत

 

भोपाल। भोपाल के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में नववर्ष में एक नई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (जीआई) ऑनकोसर्जरी विशेष क्लिनिक शुरु हो रही है। पाचन तंत्र, पैंक्रियास, लिवर, पित्ताशय और बाइल डक्ट सिस्टम के कैंसर से पीड़ित मरीज इस क्लिनिक पर प्रत्येक सोमवार को दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक गैस्ट्रोसर्जरी ओपीडी में इलाज करवा सकेंगे । एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. डा. अजय सिंह ने बताया कि इन क्लिनिक को शुरू करने मुख्य उद्देश्य पाचन तंत्र, पैंक्रियास, लिवर, पित्ताशय और बाइल डक्ट सिस्टम के कैंसर से पीड़ित मरीजों का शुरुआती निदान और विशेष उपचार के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना है।

प्रो. सिंह ने इस नए क्लिनिक के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि एम्स भोपाल में पहले ही रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी और पैलिएटिव केयर सेवाएं उपलब्ध हैं।  ऐसे में जीआई कैंसर पर केंद्रित विशेष क्लिनिक मरीजों के लिए अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होगी । सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. विशाल गुप्ता ने इस सुविधा की आवश्यकता बताते हुए कहा कि हम भोजन नली, पेट, अग्नाशय, पित्ताशय, बाइल डक्ट और बड़े आंत के कैंसर से पीड़ित कई मरीजों को देखते हैं। इनमें से कई मरीज गलतफहमियों, जागरूकता की कमी और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच की समस्याओं, लक्षणों की उपेक्षा और आर्थिक  कठिनाइयों के कारण देर से परामर्श लेते हैं। अब इस सुविधा से मरीजों को समय पर सही जांच और उपचार मिल सकेगा। सर्जिकल प्रबंधन के अलावा, यह क्लिनिक मरीजों की शिक्षा, प्रीहैबिलिटेशन और रिहैबिलिटेशन पर भी ध्यान केंद्रित करेगा, जिससे कैंसर उपचार की पूरी प्रक्रिया के दौरान समग्र और बेहतर देखभाल सुनिश्चित हो सकेगी। यह विशेष सेवा मध्य भारत में कैंसर देखभाल के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।