स्वच्छता से हर साल करीब 70 हजार  शिशुओं की बचने लगी जान

 

नई दिल्ली. भारत में स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच से मुक्ति के चलाये गये देशव्यापी अभियान से शिशु मृत्यु दर में कमी आई है. नेचर पत्रिका में प्रकाशित एक नए शोध पत्र में, इंटरनेशनल फूड रिसर्च इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया और ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है कि भारत में खुले में शौच के उन्मूलन से प्रत्येक वर्ष लगभग 60 से 70 हजार शिशुओं की जान बचाई गई है।

 

इस शोधपत्र में यह भी बताया गया है  कि 2000-2015 की तुलना में 2015 से 2020 की अवधि में शिशु मृत्यु दर में तीन गुना अधिक तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। सन 2000 से 2015 के बीच शिशु मृत्यु दर में सिर्फ़ 3 प्रतिशत की वार्षिक गिरावट देखी गई, लेकिन स्वच्छ भारत मिशन शुरू होने के बाद की अवधि में शिशु मृत्यु दर वर्ष 2000 से 2015 की अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत कम रही। इस शोध पत्र में यह भी बताया गया है कि जिलों में शौचालयों के अधिक कवरेज से स्वास्थ्य परिणामों में सुधार हुआ है, जिसमें संस्थागत प्रसव, मातृ स्वास्थ्य और प्रसव पूर्व देखभाल में सुधार भी शामिल है।