रसोई गैस के पारदर्शी सिलेंडर
रसोई गैस के पारदर्शी सिलेंडर
भोपाल सहित देश के प्राय: सभी शहरों में रसोई गैस (ए.पी.जी.) के स्टील के सिलेंडरों का ही उपयोग किया जा रहा है लेकिन भविष्य में पारदर्शी सिलेंडरों की आपूर्ति हो सकेगी. सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) द्वारा अभी बहुत ही सीमित संख्या में कम्पोजिट पारदर्शी रसोई गैस सिलेंडरों की आपूर्ति की जा रही है ल्कैन जैसे – जैसे उपभोक्ताओं द्वारा इन पारदर्शी सिलेंडॅरों की मांग की जायेगी. तेल कम्पनियां उपभोक्ताओं को मांग के अनुसार उपलब्ध करायेगी.
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने वर्तमान में प्रचलित स्टील के रसोई गैस (एल.पी.जी.) के सिलेंडरों के स्थान पर सीमित संख्या में वजन में हल्के, जंग-मुक्त, पारदर्शी और सुरक्षित कम्पोजिट सिलेंडॅर की आपूर्ति शुरू की है. इन सिलेंडरों में तीन-परत की संरचना होती है। यह सिलेंडर ब्लो-मोल्डेड हाई-डेंसिटी पॉलीइथिलीन (एचडीपीई) इनर लाइनर से बना है, जो पॉलिमर-रैप्ड फाइबर ग्लास की एक समग्र परत से ढका हुआ है और एचडीपीई बाहरी जैकेट से सुसज्जित है। ये सिलेंडर नियमित स्टील सिलेंडर की तुलना में महंगे हैं, लेकिन वजन में हल्के, जंग-मुक्त, पारदर्शी और सुरक्षित हैं।
भारत में वर्तमान में सक्रिय घरेलू एलपीजी उपभोक्ताओं की संख्या 01 जुलाई 2024 तक 32.68 करोड़ है। रिफिल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने और नए एलपीजी कनेक्शनों को समायोजित करने के लिए, ओएमसी के पास वर्तमान में 50 करोड़ से अधिक सिलेंडर प्रचलन में हैं, जो मुख्य रूप से स्टील सिलेंडर हैं। प्रतिस्थापन और भविष्य की नई मांग को पूरा करने के लिए, ओएमसी नियमित रूप से अपने इन्वेंटरी की समीक्षा करते हैं और नए सिलेंडरों की खरीद के लिए निविदाएं जारी करते हैं।