बुलंदशहर । उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक 8 वर्षीय मासूम बालक हर्ष के अपरहण और हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जानकारी के मुताबिक मासूम हर्ष का स्कूल से अपरहण करके हत्या करने वाले कातिल कोई और नहीं बल्कि उसी के स्कूल में पढ़ने वाले 5 नाबालिग छात्र थे। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेज दिया है।
दरअसल, 9 जुलाई की सुबह बुलंदशहर के छतारी में स्थित एक निजी स्कूल में यूकेजी के छात्र 8 वर्षीय छात्र हर्ष का अपरहण करके उसकी हत्या कर दी गई। हर्ष को उस वक्त अगवा कर लिया गया जब मासूम हर रोज़ की तरह स्कूल जा रहा था। इसके बाद 11 जुलाई को पुलिस ने मासूम हर्ष की लाश को अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज के माछुआ में स्थित रजवाहे से बरामद किया। बच्चे की लाश बरामद होने के बाद मासूम के परिजन व ग्रामीणों ने गुस्सा ज़ाहिर करते हुए छतारी में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन भी किया, लेकिन उस वक्त शायद ही किसी को इस बात का रत्तीभर इल्म हो कि मासूम हर्ष के अपहरणकर्ता व हत्यारे उसके स्कूल में पढ़ने वाले नाबालिग छात्र होंगे।
महज 40 हज़ार रुपये की रंगदारी के लिए स्कूल के 5 नाबालिग छात्रों ने ही जूनियर छात्र हर्ष की 'कत्लकथा' लिखी थी, जबकि बुलन्दशहर पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए पांचों नाबालिग छात्रों को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेज दिया है। एसएसपी श्लोक कुमार की माने तो घटना के मुख्यारोपी कक्षा 10 के नाबालिग छात्र के बैंक खाते से 40,000 रुपये कट गये थे, जिसको लेकर आरोपी छात्र परेशान था। डर की वजह से छात्र घर पर भी नहीं बता पा रहा था, और इसलिए छात्र ने अपने चार अन्य साथियों को मिलाकर जूनियर छात्र हर्ष के अपहरण का प्लान बनाया।
9 जुलाई को प्लानिंग के तहत हर्ष की किडनैपिंग की वारदात को उस समय अंजाम दिया गया जब वह स्कूल में टॉयलेट के लिए गया हुआ था। इसके बाद आरोपी पीड़ित छात्र हर्ष को बाइक पर बिठाकर अलीगढ़ ले गए और उनका राज़ कभी न खुल सके इसलिए हरदुआगंज के पास बड़ी नहर की पटरी पर उन्होंने हर्ष की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को भी नहर में फेंक दिया गया।