लखनऊ । उत्तर भारत के सबसे बड़े लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का मामला तूल पकड़ गया है। अखिल भारत हिंदू महासभा ने मॉल के भीतर नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चेतावनी दी है कि अगर ऐसी घटना दुबारा हुई तो उनके कार्यकर्ता मॉल के भीतर सुंदरकांड का पाठ करने को विवश होंगे। गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें करीब आधा दर्जन लोग नमाज पढ़ते नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह वीडियो लखनऊ के लुलु मॉल का है, जिसका उद्घाटन गत रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। वीडियो वायरल होने के बाद अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रिय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने इसे उस आदेश का उल्लंघन बताया जिसमें सार्वजानिक जगह पर नमाज पढ़ने की मनाही है। शिशिर चतुर्वेदी ने यह भी आरोप लगाया कि मॉल में एक धर्म विशेष के लोगों को ही नौकरी में वरीयता दी जा रही है। शिशिर चतुर्वेदी ने मामले में कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा फिर हुआ तो वहां सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा। उधर नमाज का वीडियो वायरल होने के बाद मॉल के अधिकारियों की तरफ से भी सफाई आई है। उनका कहना है कि उन्हें इस वायरल वीडियो के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हम लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। मॉल में किसी भी तरह की धार्मिक गतिविधियों को संचालित करने की अनुमति नहीं है। गौरतलब है कि उद्घाटन के बाद सोमवार से ही मॉल आम जनता के लिए खोल दिया गया है। इसकी स्थापना पर करीब 2 हजार करोड़ रुपए की लागत आई है। वहीं, यह 22 लाख वर्गफीट क्षेत्र में फैला हुआ है। इसके अलावा यहां पर हाइपरमार्केट है जो कि ढाई लाख स्क्वायर फीट में है। इस मॉल में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय और लोकल ब्रांड की ब्रांच भी मौजूद हैं, जो कि अभी तक किसी भी मॉल में आप को देखने को नहीं मिलेंगे। इसके अलावा लुलु मॉल में 22 मीटर का कॉरिडोर है, जो कि खुद में ही बेहद खास है। 22 मीटर का कॉरिडोर किसी भी दूसरे मॉल में आपको देखने के लिए नहीं मिलेगा। लखनऊ के किसी भी दूसरे मॉल में सात हजार स्क्वायर फीट की पार्किंग नहीं है, लेकिन इस मॉल की पार्किंग में तीन हजार गाड़ियां आराम से आ सकती हैं। यह मॉल 4 साल में बनकर तैयार हुआ है। इसमें एक साथ 50,000 लोग शॉपिंग कर सकते हैं और 16 हजार बैठकर फूड कोर्ट में एक साथ खाना भी खा सकते हैं।