जयपुर । समवेत शिखर को पर्यटन स्थल बनाने के विरोध में मुनि श्री सुगेय सागर महाराज ने अनशन के दौरान समाधि हुई है। इस पर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा पवित्र तीर्थ क्षेत्रों को सियासी लाभ के लिए पर्यटन स्थल बनाना घोर आपत्तिजनक है। मुनि श्री ने अघात श्रद्धा रखकर तीर्थ क्षेत्र की रक्षा के लिए अपनी देह त्याग दी। आचार्य श्री ने कहा समय रहते शासन को सभी धर्म स्थलों को तत्काल पवित्र क्षेत्र घोषित करना चाहिए। जनहित में यही संकल्प ठीक रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार पाप से बचे। इतिहास पवित्रता का होता है पर्यटन का कोई इतिहास नहीं होता है। तीर्थ क्षेत्र आस्था से जुड़े होते हैंआस्था ही जीवन का आधार है।