शाहजहांपुर। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना वर्मा को फोन कर 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगने वाले आरोपी को पुलिस और सर्विलांस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दिनेश कुमार वर्मा को पुलिस ने हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। अर्चना वर्मा से फोन पर रंगदारी मांगने वाला दिनेश शाहजहांपुर के जलालाबाद का रहने वाला है। वर्तमान में वह दिल्ली के शाहदरा में रह कर सब्जी बेचने का काम कर रहा था।  गौरतलब है कि 20 जुलाई से लगातार शाहजहांपुर की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष को अंजान नंबर से फोन कर धमकी दी जा रही थी। फोन करने वाला खुद को तिहाड़ जेल में बंद टॉप टेन अपराधियों में एक नीरज भवानी बताता था। फोन पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष से दस पेटी (दस लाख रुपए) की मांग की गई थी, पैसे नहीं देने पर उन्हें पति समेत पूरे परिवार की हत्या करने की धमकी दी गई थी, जिससे परिवार दहशत में था। जिसके बाद अर्चना को पुलिस द्वरा सुरक्षा भी मुहैया कराई गई। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के घर के बाहर दो सिपाही तैनात किए गए थे।   पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी दिनेश वर्मा ने, थाना जलालाबाद कस्बे ‌के राजेश कुमार सिंह से भी फोन से 10 लाख की रंगदारी मांगने की बात कबूली है, जिसका केस जलालाबाद थाने में पहले से ही दर्ज है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी दिल्ली में सब्जी बेचने का काम करता है। ज्यादा पैसे की चाहत में उसने दूसरे की सिम चुराकर रंगदारी मांगी थी। पूरे मामले में चौंकाने वाली बात है कि आरोपी सपा सरकार में मन्त्री रहे राममूर्ति वर्मा का करीबी था, जो उनके घर के बारे में सब जानकारी रखता था। रंगदारी के मामले में थाना सदर बाजार पुलिस ने केस दर्ज कर दिनेश को जेल भेज दिया।   गौरतलब है पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना वर्मा रसूखदार परिवार से आती हैं। उनका पूरा परिवार राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय है। उनके ससुर राममूर्ति सिंह वर्मा समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रह चुके हैं तो पति राजेश वर्मा ददरौल विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रहे हैं।