लखनऊ । उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी संग गठबंधन में रहकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव के खिलाफ खुलकर बैटिंग कर रहे सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा से अलग होकर सपा संग चुनाव लड़ने वाले राजभर को योगी सरकार ने वाई कैटेगरी की सुरक्षा दी है। इस राष्‍ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्‍याशी द्रौपदी मुर्मू को वोट देने के बदले में तोहफे के तौर पर देखा जा रहा है, मगर खुद सुभासपा में बताया है कि आखिर योगी सरकार ने राजभर को वाई श्रेणी की सुरक्षा क्यों प्रदान की है।
राजभर को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलने पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉक्टर ओम प्रकाश पांडेय ने बताया कि खुद राजभर ने योगी सरकार से सुरक्षा की मांग की थी। उन्होंने कहा कि गाजीपुर में हुए बवाल के बाद ही राजभर ने राज्य सरकार से सुरक्षा की मांग कर ली थी। इतना ही नहीं, कही महीनों से लगातार राजभर पर हमले का प्रयास हो रहा था। इसकारण योगी सरकार ने उन्हें सुरक्षा दी है।
दरअसल, राजभर को जो सुरक्षा दी गई है, उसका आदेश 15 जुलाई को ही जारी किया गया था।  हालांकि, खबर आई थी कि वाई कैटेगरी सुरक्षा मिलने के बाद राजभर की सुरक्षा में हर वक्‍त 16 पुलिसकर्मी तैनात रहने वाले हैं। आदेश जारी होने के बाद गाजीपुर पुलिस ने राजभर का सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया है।
राजभर को सुरक्षा उस वक्त में दी गई है, जब उन्होंने एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया था। द्रौपदी मुर्मू के समर्थन के लिए लखनऊ में योगी द्वारा आयोजित रात्री भोज में भी राजभर पहुंचे थे और केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद अपने समर्थन का ऐलान किया था। राजभर बीते कुछ समय से लगातार अखिलेश के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. राजभर की पार्टी सुभासपा को विधानसभा चुनाव में छह सीटों पर जीत हासिल हुई थी।