रायपुर के एक नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली थी। अब इस मामले में परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ आवाज बुलंद की है। मामला फीस से जुड़े विवाद का बताया जा रहा है। पुलिस से जनता कांग्रेस नेताओं ने भी शिकायत कर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज करने की मांग की है।

19 साल का गौरव सिदार के मजदूर पिता के पास बेटे के कॉलेज की फीस भरने के पैसे नहीं थे। बीते सितंबर के महीने में उसने कई बार अपने पिता और बड़े भाई को फोन किया । घर वाले इधर आर्थिक तंगी की दुहाई दे रहे थे , उधर गौरव पर फीस जमा करने का दबाव था । वह लगातार घरवालों से फोन करके यही कहता था कि मेरे फीस के पैसे जमा कर दो मुझे पढ़ाई आगे करनी है। गौरव के पिता उसे हिम्मत देते रहे कि वह जल्द ही पैसों का इंतजाम कर लेंगे, लेकिन इस बीच बीते 22 सितंबर को गौरव के दोस्तों ने घरवालों को फोन कर बताया कि आपके बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।

यह है पूरा मामला
महासमुंद जिले के एक छोटे से गांव अरेकेल में रहने वाले गोपाल सिदार का बेटा गौरव सिदार मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहता था। गोपाल पेशे से खेतिहर मजदूर हैं। ये आदिवासी परिवार दूसरों के खेतों में मजदूरी करके अपना पेट पालता है। जैसे- तैसे बेटे को पढ़ने के लिए रायपुर के दतरेंगा स्थित आदर्श नर्सिंग कॉलेज में भेज दिया।

मामला पिछले महीने का है,लेकिन अब तक किसी तरह की कार्रवाई कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ नहीं हुई और न ही मामले में कॉलेज प्रबंधन ने भी किसी तरह की ठोस जांच की। जनता कांग्रेस नेता प्रदीप साहू ने बताया कि इसी वजह से अब रायपुर ग्रामीण एसपी कीर्तन राठौर से मिलकर हमने इस केस में छानबीन की मांग की है।