ई-मित्र ने खोली गौरव के लिए स्वरोजगार की राह
जयपुर । ई-गवर्नेस के माध्यम से सुशासन व आमजन को सेवाओं की त्वरित डिलीवरी राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी पहल है। ई- मित्र राज्य सरकार के द्वारा शुरु की गई ई-गवर्नेंस सेवा है जिसे सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। ई-मित्र राजस्थान सरकार की ओर से प्रदान किया गया एक सेवा केन्द्र है जिससे आम नागिरकों को एक ही छत के नीचे सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिलती है साथ ही विभिन्न योजनाओं में आवेदन करना भी सरल हो गया है और वर्तमान में सभी शहरों नगरों एवं गाँवों में हमें ई-मित्र देखने को मिलते हैं। राज्य में लगभग 80 हजार से अधिक ई-मित्र किओस्कों का संचालन किया जा रहा है। जिससे आमजन को सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्र की लगभग 600 सेवाएँ प्रभावी रुप से अपने घर के नजदीक ही उपलब्ध कराई जा रही हैं। ई-मित्र के संचालन से ना केवल आमजन की सरकारी योजनाओं तक पहुँच बढ़ी है बल्कि इससे स्वरोजगार को भी बढावा मिल रहा है। आज बहुत से नागिरक ई-मित्र का संचालन कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं उन्हीं में से एक है अलवर के गौरव गुप्ता। गौरव गुप्ता ने अलवर में वर्ष 2013 में ई-मित्र का संचालन शुरु किया था। गौरव ने बताया कि ई-मित्र का संचालन कर वो न सिर्फ आत्मनिर्भर बने हैं बल्कि उनके जीवन में आत्मविश्वास भी बढ़ा है। ई-मित्र शुरु करने के लिए सबसे पहले उन्होंने लोकल सर्विस प्रोवाइडर से ई-मित्र सर्विस प्राप्त की और पंचायत समिति से सहमति मिलने के बाद उन्होंने अपना ई-मित्र शुरु किया। गौरव कहते है कि ई- मित्र के संचालन से वो अपने परिवार को भी आर्थिक रुप से सहयोग कर रहे है और राज्य सरकार की ई-मित्र योजना से स्वरोजगार को भी बढावा मिल रहा है।