विश्व गुरू बनने की राह पर भारत-उपराष्ट्रपति
जयपुर । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज झुंझुनूं के खेतड़ी के पोलोग्राउंड में स्वामी विवेकानंद संदेश यात्रा को रवाना करने के बाद जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत विश्व गुरु था और अब फिर से विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है. दुनिया में ऐसा कोई भी बड़ा प्रतिष्ठान नहीं है. जो भारतीय दिमाग पर आश्रित नहीं है दुनिया के हर बड़े प्रतिष्ठान के शीर्ष पर भारतीय मिलेगा. इसलिए भारत में जो विकास यात्रा चल रही है. उसमें सहयोग करें और भारत को फिर से विश्व गुरू बनने में अपना साथ दें।
इस मौके पर धनखड़ ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि जब भारत में विकास यात्रा इतनी जबरदस्त चल रही है नया कीर्तिमान में दुनिया में स्थापित किया जा रहा है. फिर भी हममें से कुछ भ्रमित लोग बिना हालातों को समझे कुछ भी कहने में हिचक नहीं करते। उन्होंने कोरोना काल में वैक्सीन का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि जब भारतीय वैक्सीन को हिंदुस्तान ने इस्तेमाल किया. जो सबसे प्रभावी रहा, जिसने कोविड को कुंठित किया. ऐसी वैक्सीन पर भी सवाल उठाए गए। उन्होंने युवकों व आमजन से आह्वान किया कि विकास यात्रा का आंकलन कीजिए कोई कमी हो तो उसे उजागर कीजिए, लेकिन उपलब्धियों को दरकिनार ना करें इससे पहले विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की ओर से संपूर्ण यात्रा के प्रभारी अशोक खंडेलवाल ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका स्वागत किया. इसके बाद यात्रा के स्थानीय संयोजक अशोक सिंह शेखावत ने उप राष्ट्रपति की पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ को, जयपुर विभाग के प्रमुख ओपी गुप्ता ने रामकृष्ण मिशन खेतड़ी के सचिव आत्मानिष्ठानंद महाराज को, ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी को आयोजन समिति के सह संयोजक प्रो. केएम मोदी ने स्मृति चिह्न भेंटर कर स्वागत किया। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज पूरा विश्व एक संकट झेल रहा है. पूरा विश्व धर्राह रहा है. भारत अकेला देश है जो दुनिया को रास्ता दिखा रहा है. अप्रेल 2020 से 80 करोड़ लोगों को हम मुफ्त भोजन दे रहे है. 250 करोड़ से ज्यादा का वैक्सीनेशन विभिन्न डोजेज के माध्यम से हो चुका है. यह उपलब्धि सिर्फ और सिर्फ भारत की है. उन्होंने कहा कि यह सुखद संयोग है कि एकनाथ जी की जयंती के मौके पर इस विवेकानंद संदेश यात्रा का शुभारंभ हो रहा है खेतड़ी से हो रहा है, यह भी बड़ा अच्छा है. उन्होंने कहा कि बालक—बालिकाओं के अभिवादन तथा वेशभूषा को देखकर ही मुझे इस कार्यक्रम की सफलता का अंदाजा हो गया है. उन्होंने कहा कि आज की हमारी नीतियों से ऐसे भारत का निर्माण हुआ है. जिसमें युवाओं को अधिक से अधिक अवसर मिल रहे है. दुनिया भारत के लिए एक कुटुंब है. इसी सोच के साथ भारत आगे बढ़ रहा है। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को दोहराया उन्होंने उठो, जागो और लक्ष्य की ओर बढ़ो के अलावा शिकागो सम्मेलन में कहे स्वामी के विचारों कि मुझे गर्व है, मैं उस धर्म से हूं. जिसने दुनिया को सहिष्णुता, सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढाया है. हम सिर्फ सार्वभौमिक संस्थान पर विश्वास नहीं करते, सभी धर्मों को सच के रूप में स्वीकार करते है मुझे गर्व है मैं उस देश से हूं. जिसने सभी धर्मों और सभी देशों से सताए लोगों को आश्रय दिया है. धनखड़ ने कहा कि ये शब्द नहीं है. ये हमारी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है. जिस पर सभी को गहरा ध्यान देना चाहिए. हमें चिंतन और मनन करना चाहिए।