फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक से पेंशनभोगी जमा कर रहे हैं डिजीटल जीवन प्रमाणपत्र
फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक से पेंशनभोगी
जमा कर रहे हैं डिजीटल जीवन प्रमाणपत्र
भोपाल। 80 वर्षीय श्रीमती रुखमा देशमुख छिंदवाड़ा में रहती हैं। वे इन दिनों अपने रिश्तेदार के यहां भोपाल आई हुई हैं। उन्हें इसी महीने जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिये छिंदवाड़ा जाना है। उन्हें चिंतित देखकर उनके रिश्तेदार ने पूछा तो उन्होने बताया कि बैंक में काफी भीड़ रहती है और प्रमाणपत्र जमा करने के लिए दो- तीन बार जाना पड़ता है। उनके रिश्तेदार ने उन्हें बताया कि वे घर बैठे ही जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकती हैं तो वे थोड़ा आशंकित हुई। रिश्तेदार ने अपने मोबाईल फोन पर जीवन प्रमाण एप के जरिये उनका जीवन प्रमाणपत्र जमा कर दिया और उन्हें प्रमाणपत्र की प्रति का प्रिंट दिया तो वे खुशी से कहने लगी कि बैंक से भी ऐसा ही कागज मिलता है। यह सम्भव हुआ है केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय द्वारा पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए शुरू की गई फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक से। यह तकनीक खासतौर से बुजुर्ग पेंशनभोगियों के लिये बेहद उपयोगी सिद्ध हो रही है।
फाईल फोटो
केंद्र सरकार के लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए इसी महीने 1 से 30 नवम्बर, 2024 तक राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत भोपाल सहित देश के करीब 800 शहरों में शिविर आयोजित कर फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के जरिये जीवन प्रमाणपत्र जमा कर रहे हैं। इसी क्रम में आज भोपाल में भी सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा टीटी नगर, अरेरा हिल्स, गुलमोहर कॉलोनी शाखाओं में आयोजित शिविरों में पेंशनभोगियों के जीवन प्रमाणपत्र जमा किये गए किये। इन शिविरों में पेंशनभोगियों को फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के बारे में जानकारी प्रदान की गई। लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय के पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग की अवर सचिव श्रीमती सोनिका खट्टर ने आज भोपाल में आयोजित इन शिविरों का अवलोकन कर जीवन प्रमाणपत्र जारी करने की प्रक्रिया का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होने बताया कि केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के जीवन प्रमान प्रमाणपत्र आसानी से जमा करने के लिए नवम्बर 2021 में फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का शुभारंभ किया गया था। फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसमें किसी भी एंड्रॉइड आधारित स्मार्ट फोन से डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा किया जा सकता है। इस तकनीक से बाह्य बायोमेट्रिक उपकरणों की आवश्यकता समाप्त हो गई है और जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की प्रक्रिया सुलभ और आसान हो गई है।
आप भी घर बैठे जमा करें डिजीटल जीवन प्रमाण पत्र
यदि आपके घर में केंद्र अथवा राज्य सरकार के पेंशनभोगी हैं तो आप अपने एंड्राईड मोबाईल फोन से उनका डिजीटल जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं। इसके लिये सबसे पहले मोबाईल पर प्ले स्टोर से जीवन प्रमाण (Jeevan Pramaan) एप डाउनलोड करना होगा। जीवन प्रमाण एप डाउनलोड करने के बाद ओपन करें और पेंशनर्स की पहचान के लिये आधार और पंजीकृत मोबाईल नम्बर टाईप कर सबमिट करें। इसके बाद एन.आई.सी. से ओटीपी प्राप्त होगा जिसे दिये गये स्थान पर लिखकर सबमिट करते ही पेंशनर्स की पूरी जानकारी जैसे नाम, पेंशन का प्रकार, केंद्र अथवा राज्य सरकार, स्वीकृति प्राधिकारी, भुगतान करने वाले बैंक का नाम और खाता संख्या, पेंशन पाए आर्डर (पीपीओ) आदि की जानकारी दिखाई देगी। पूरी जानकारी की पुष्टि होने के बाद सबमित करते ही स्केन पर क्लिक करते ही कैमरा में दिखाई दे गोले के बीच अपना चेहरा देखना है। इस दौरान बार – बार अपनी आंखो की पलकों के झपकाना भी होगा। थोड़ी देर में ही प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। यह प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी होने के बाद जीवन प्रमाणपत्र डाउनलोड कर सकते हैं। इसके पश्चात करीब 24 घंटे के भीतर सम्बंधित बैंक से डिजीटल जीवन प्रमाणपत्र जमा होने की पुष्टि का संदेश भी प्राप्त हो जाता है।
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