कमर दर्द में फिजियोथेरेपी है कारगर...... आंखों की सीध पर रखें डेस्कटाप
कमर दर्द में फिजियोथेरेपी है कारगर
आंखों की सीध पर रखें डेस्कटाप
भोपाल. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के कार्यपालक निदेशक डा. प्रो. अजय सिंह का मानना है कि कमर दर्द जैसी समस्याओं को फिजियोथेरेपी के द्वारा बहुत हद तक ठीक किया जा सकता है। लेकिन यह समस्या ना हो इसके लिए हमे पहले से ही सावधानी बरतनी चाहिए। फिर भी अगर ऐसी समस्या हो जाती है तो सही तरीके से फिजियोथैरेपी ले और जल्दबाजी में ऑपरेशन करने का निर्णय ना लें। कमर दर्द के 85% मामले फिजियोथेरेपी से ठीक हो जाते हैं और केवल 15% मामलों में ही ऑपरेशन की जरूरत होती है। अगर ऑपरेशन कराना ही पड़े तो भी फिजियोथेरेपी के द्वारा मरीज की रिकवरी जल्दी हो जाती है। डा. सिंह एम्स भोपाल के शारीरिक चिकित्सा एवं पुनर्वास विभाग (पीएमआर) द्वारा विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सम्बोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर फिजियोथैरेपिस्ट मयंक चंदेल ने बताया कि कमर दर्द में फिजियोथेरेपी की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। प्रत्येक वर्ष लगभग 20 प्रतिशत लोगों को कमर दर्द की समस्याओं से जूझना पड़ता है और इसका कारण भारी समान उठाने, गलत पोस्चर में बैठने, एक ही मुद्रा में लंबे समय तक बैठे रहने, गलत खानपान, चोट, इंफेक्शन, ऑस्टियोपोरोसिस आदि हो सकते हैं।
फिजियोथेरेपिस्ट बृजेंद्र सिंह ने बताया कि कमर दर्द की समस्या होने पर व्यक्ति की कार्य क्षमता घटती है, इससे उनको आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ता है। इसलिए हमें अपना रहन-सहन ऐसा विकसित करना पड़ेगा जिससे हमें कमर दर्द की समस्या का सामना नही करना पड़े । उन्होंने बताया कि व्यक्ति को अपनी लंबाई के अनुसार कुर्सी का इस्तेमाल करना चाहिए। कुर्सी से पीठ सटी रहनी चाहिए, सहारा देकर बैठना चाहिए और घुटने 90 डिग्री कोण पर मुड़े होने चाहिए। डेस्कटॉप आंखों के सीध में हो ताकि गर्दन झुकानी नहीं पड़े और कमरे में पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए । अपने फोन में एक ऐसा ऐप रखें जो आपको समय-समय पर अपना पोस्चर बदलने के लिए चेतावनी संदेश भेजता रहे।
इस अवसर पर आम तौर पर होने वाले कमर दर्द से निपटने के लिए एक वीडियो एम्स भोपाल के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर जारी किया गया। इस कार्यक्रम में संकाय सदस्य, रेजिडेंटस, नर्सिंग स्टाफ, मरीज और उनके परिजनों ने भाग लिया ।