बूंदी. राजस्थान के कोटा संभाग के बूंदी (Bundi) जिले में आदिवासी नाबालिग युवती से गैंगरेप के बाद की गई उसकी हत्या (Gang rape and murder case) का राज एक अंडरवियर (Underwear) के जरिये खोला गया है. पुलिस ने इस मामले में त्वरित एक्शन लेते हुये महज 12 घंटे के भीतर गैंगरेप और हत्या के तीनों आरोपियों को पकड़ लिया था. जंगल में हुई इस वारदात के बाद बूंदी जिले में लोगों में आक्रोश फैला हुआ है. इस वारदात को एक बुजुर्ग, एक युवक और एक नाबालिग ने अंजाम दिया था. युवती की मौत के बाद आई उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी चौंकाने वाले खुलासे हुये हैं.

पुलिस के अनुसार दिल को दहला देने वाली यह वारदात बसोली थाना इलाके गत 23 दिसंबर को हुई थी. यहां पशु चरा रही एक आदिवासी बालिका के साथ के एक युवक, एक बुजुर्ग और एक नाबालिग ने उसके हाथ पैर बांध कर उससे गैंगरेप किया. बाद में पीड़िता जब उनके चंगुल से छूटकर भागने लगी तो उन्होंने उसकी हत्या कर दी. इस दौरान आरोपियों ने हैवानीयत की सभी हदें पार करते हुये नाबालिग की मौत के बाद भी उसके शव से भी रेप किया.
डॉग स्क्वायड की मदद से आरोपी तक पहुंची पुलिस
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को वहां से उठवाकर स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. बाद में घटनास्थल की जांच की और वहां से सबूत उठाये. पुलिस को जांच के दौरान घटनास्थल से करीब आधा किलोमीटर दूर एक आरोपी की अंडरवियर पड़ी मिली. उसके बाद पुलिस ने उसे कब्जे में लेकर अपनी जांच आगे बढ़ाई. इस अंडरवियर से पुलिस ने डॉग स्क्वायड की मदद से सुलतान भील (27) नाम के आरोपी को पकड़ा. पुलिस ने जब सुल्तान से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर साथियों के नाम उगल दिये.

हत्या की शिकार हुई बालिका की नालाबिग अपचारी से थी जान पहचान
उसके बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर 62 वर्षीय छोटूलाल भील को धरदबोचा. बाद में वारदात में शामिल रहे नाबालिग को भी निरुद्ध कर लिया. जांच में सामने आया की गैंगरेप के बाद हत्या की शिकार हुई नाबालिग की बाल अपचारी से जान पहचान थी. उन दोनों के बीच संबंध होना भी सामने आया. उन दोनों को सुलतान भील और छोटूलाल भील ने देख लिया था. बाद में मौके का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दे डाला.

केस ऑफिसर स्कीम में की जा रही है मामले की जांच
पुलिस केस की वीभत्सता को देखते हुये इसे केस ऑफिसर स्कीम में लेकर उसकी जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश कर देगी. आरोपियों की ओर से नाबालिग के साथ की गई दरिंदगी को देखते हुये बूंदी अभिभाषक परिषद ने भी निर्णय लिया कि परिषद का कोई भी अधिवक्ता उनकी पैरवी नहीं करेगा.