भोपाल एम्स द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के योगाभ्यास के लिये बनाये

गये वीडियो को मिला कापीराईट

 

भोपाल. देश के सभी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (एम्स) के बारे में आम धारणा यह है कि यहां एलोपैथी विधा से ही चिकित्सा होती है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एम्स में आयुष विभाग भी पूरी सक्रियता से मरीजों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इसके सार्थक परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं.  कोरोना काल में जब कोरोना से पीड़ित परिवारों, खासतौर से वरिष्ठ नागरिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, ऐसे समय में योग, प्राणायाम और ध्यान उनको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने के साथ अवसाद से उबारने में काफी कारगर रहा है. एम्स भोपाल ने वरिष्ठ नागरिकों की मानसिक और शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए मोबाइल आधारित सात योग के वीडियो तैयार किए और विभिन्न माध्यमों से वरिष्ठ नागरिकों तक पहुंचाएं जिन्हें देखकर उन्होंने योगाभ्यास किये, लाभांवित हुए और उनसे प्राप्त फीडबैक से यह निष्कर्ष निकला कि ये वीडियो अत्यंत उपयोगी हैं. 

 एम्स भोपाल के फिजियोलॉजी विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉक्टर वरुण मल्होत्रा ने बताया कि इन वीडियो को बहुत ही सरल हिंदी भाषा में बनाया गया है जिन्हें कोई भी बहुत आसानी से समझकर योग, प्राणायाम और ध्यान सीख सकता है. उन्होंने बताया कि इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि घर में व्यक्ति की मानसिक स्थिति का आकलन कर योग, प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास चरणबद्ध तरीके से कर सके. जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद मिल सकेगी. यही नहीं, विधिपूर्वक योग, प्राणायाम और ध्यान से अवसाद व एंजायटी से भी निजात मिल सकती है. डॉक्टर मल्होत्रा ने बताया कि कोरोना काल के दौरान करीब 700 वरिष्ठ नागरिकों को वीडियो के माध्यम से घर बैठे योगाभ्यास, प्राणायाम और ध्यान कराया गया जिसके सकारात्मक परिणाम आए हैं. कोरोना के दौरान इन वरिष्ठ नागरिकों को कोरोना के भय और अवसाद से उबरने में काफी मदद मिली. डॉ मल्होत्रा ने बताया कि इस मोबाइल योग के वीडियो की उपयोगिता को देखते हुए भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग ने कॉपीराइट प्रदान किया है. उल्लेखनीय है कि इस मोबाइल योग के वीडियो को बनाने में डॉ. मल्होत्रा के साथ मनोरोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजेंद्र सिंह, आयुष विभाग के डॉ. दानिश जावेद, योग प्रशिक्षक श्वेता मिश्र, शरीर क्रिया विभाग के डॉ. रजय भारशंकर और सामुदायिक चिकित्सा विभाग के डॉ. अनिंदो मजूमदार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.

एम्स के कार्यपालक निदेशक डॉ. अजय सिंह ने मोबाइल आधारित योग के वीडियो बनाने वाली टीम को बधाई देते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि ये योग के वीडियो वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी आयु वर्ग के लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा. डा. मलहोत्रा ने बताया कि एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक डा. अजय सिंह के मार्गदर्शन में शोध कार्य को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा एम्स भोपाल नित नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है.