जोधपुर। जोधपुर शहर के मथुरादास माथुर अस्पताल में महिला रेजीडेंट डॉक्टर के सुसाइड केस में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज हुआ है।  जानकारी के अनुसार उसका अपने साथ वाले शादीशुदा रेजीडेंट डॉक्टर से अफेयर था।  डॉक्टर की पत्नी ने उसके घर तक यह बात पहुंचाई थी। इससे दुखी होकर उसने अपनी जान दे दी। इससे से पहले सुसाइड नोट में उसने लिखा कि अपने परिवार से बहुत प्यार करती हूं। अब कुछ नहीं बचा। जीने का मकसद खत्म हो गया है… सॉरी।  रेजीडेंट महिला डॉक्टर के सुसाइड किए जाने पर उसके भाई ने अब रेजीडेंट डॉक्टर और उसकी पत्नी के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित किए जाने का केस दर्ज कराया है।
  शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा परिजन को सौंप दिया गया है।  पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शास्त्रीनगर थानाधिकारी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार को जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल की महिला रेजीडेंट डॉक्टर ने सुसाइड किया था। वह तृतीय वर्ष एनेस्थीसिया में डॉक्टरी कर रही थी।  उसका शव उसके कमरें में मिला था। पास में दो सीरिंज मिले हैं। एक सीरिंज काम में लिया गया प्रतीत हुआ है।
  थानाधिकारी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि मरने से पहले महिला रेजीडेंट डॉक्टर ने तीन लाइन का सुसाइड नोट लिखा है। इसमें उसने लिखा कि मैं अपनी मजी से जान दे रही हूं और आखिरी में लिखा सॉरी। थानाधिकारी जोगेंद्र सिंह के अनुसार प्रथम दृष्टया मामला लव अफेयर का है। वह अपने साथ वाले रेजीडेंट डॉक्टर जोकि तृतीय वर्ष मेडिसिन का है उससे एक तरफ प्यार करती थी। जबकि डॉक्टर खुद शादीसुदा है उसकी पत्नी भी डॉक्टर है। पत्नी को इस बात का पता लगने पर पहले भी वह काफी कह चुकी थी। मगर बात बढ़ते देख डॉक्टर पत्नी ने मृतका को इसकी शिकायत किए जाने के साथ पति से दूर रहने को कहा था। वह नहीं मानी तो डॉक्टर की पत्नी जयपुर गई और वहां मृतका की बड़ी बहन से शिकायत की। तब बड़ी बहन ने मृतका रेजीडेंट डॉक्टर को फोन पर डांट लगाई थी। इन सबसे दुखी होकर उसने अपनी जान दे दी। घटना में यह बात भी सामने आई कि मृतका रेजीडेंट डॉक्टर खुद की सगाई किसी अन्य से हो रखी थी। वह यहां कार्यरत डॉक्टर के साथ कुछ दिन पहले घूमने के बाहर गई थी। दोनों करीब 15 दिन तक बाहर रहे थे।